सितंबर में पी-नोट के जरिए निवेश 1,33,284 करोड़ रुपए था, जो 6 साल का उच्चस्तर है.
पी-नोट्स के जरिये निवेश में बढ़ोतरी काफी हद तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के प्रवाह से जुड़ी हुई है.
फरवरी के अंत में भारतीय कैपिटल मार्केट्स में पार्टिसिपेटरी नोट्स (P-notes) के जरिए होने वाला निवेश बढ़कर 91,658 करोड़ रुपये हो गया है.